Truck drivers protest – भारत सरकार द्वारा लागू किया जाने वाले नए हिट एंड रन कानून से भारत में ट्रक चालकों का प्रदर्शन एक चर्चा का केंद्र बना हुआ है। ये चालक अपनी मांगों के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं और अपनी आवाज को सुनाने का साहस दिखा रहे हैं।
ट्रक चालकों का मुख्य आरोप है कि भारत सरकार द्वारा जारी किया गया नया कानून बिल्कुल भी उचित नहीं है सरकार को इसके समकक्ष सुधार करने की आवश्यकता है। इसके अलावा ये कानून उनकी आर्थिक स्थिति को कठिनाई में डाल रहा है। ट्रांसपोर्ट से मुख्य आदान-प्रदान देश की आर्थिक गतिविधियों में होता है लेकिन भारतीय ट्रक ड्राइवर के हड़ताल की वजह से सभी गतिविधियां थम सी गई हैं। भारत के कई हिस्सों में पेट्रोल डीजल से लेकर एलपीजी गैस का स्टॉक भी खत्म होने की खबर सामने आ रही है। जिससे लोगो को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
Truck drivers protest एक आम ट्रक चालक की ज़िन्दगी की चुनौतियों और उनकी मांगों को समझाने का एक तरीका है। सरकार से उनकी मांगों को सुनने के लिए यह प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है जो इस वर्ग के लोगों की मांगों को सरकार तक पहुंचने में कदम उठा सकती है।
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Truck drivers protest
Truck drivers protest – भारत में ट्रक चालकों का हड़ताल करने का मुख्य कारण भारत सरकार द्वारा जारी किया गया नया हिट एंड रन कानून लागू करना है। इस कानूनी ढांचे के भीतर विवाद का केंद्र बिंदु हिट-एंड-रन की घटनाओं के लिए बढ़े हुए दंड से संबंधित है ट्रक ड्राइवरों द्वारा इस प्रावधान की कड़ी आलोचना की गई है जो इसे काला कानून कहते हैं। इस प्रदर्शन के चलते पूरे भारत में वाहनों के द्वारा ले जाए जाने वाले सभी सामानों की आवाजाही बंद हो गई है जिस कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
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Truck drivers protest क्या है?
Truck drivers protest – ट्रक ड्राइवरों ने हाल ही में लागू किए गए नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) का विरोध किया। जिसमें हिट-एंड-रन मामलों के लिए बढ़े हुए दंड शामिल हैं। ट्रक ड्राइवरों ने हिट-एंड-रन की घटनाओं के लिए हाल ही में पेश किए गए कानूनी प्रावधान को काला कानून बताया है। जिसे विभिन्न राज्यों में ट्रक ड्राइवरों के विरोध कर रहे है। नए बीएनएस प्रावधान के अनुसार “जो कोई भी लापरवाही से वाहन चलाकर किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनता है।
जो गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में आता है तथा ड्राइवर द्वारा मौके पर तुरंत पुलिस या किसी अन्य अधिकारी को सूचना नहीं दिया जाता है या वह सपोर्ट से भाग जाता है तो उसे 10 वर्ष की सजा तथा 7 लख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। फिलहाल अभी तक इस कानून के अंतर्गत अपराधों के लिए सजा 2 साल की कैद तक सीमित थी।
Truck drivers protest – नए प्रावधानों के कारण कई राज्यों में ड्राइवरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मुख्य रूप से पश्चिमी और उत्तरी भारत में स्थित लगभग 2,000 पेट्रोल पंपों को ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के परिणामस्वरूप ईंधन की कमी का सामना करना पड़ा। उद्योग के अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के स्वामित्व वाली तेल कंपनियों ने हड़ताल के कारण राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब के कुछ जगहों पर बढ़ती मांग के कारण स्टॉक कम हो गया है।
Truck drivers protest कैसे खत्म होगा।
Truck drivers protest – केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ चर्चा के बाद ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (एआईएमटीसी) ने हाल ही में लागू हिट-एंड-रन कानून के विरोध में देशव्यापी ट्रक ड्राइवरों के प्रदर्शन को समाप्त करने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा, ”सरकार यह बताना चाहती है कि ये नए कानून और प्रावधान अभी तक लागू नहीं हुए हैं।
साथ ही भारतीय न्याय संहिता की धारा 106 (2) को लागू करने का निर्णय ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के परामर्श के बाद ही लिया जाएगा,” उन्होंने एआईएमटीसी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 साल की कैद और जुर्माने के प्रावधान के संबंध में ट्रक ड्राइवरों की चिंताओं को समझ रही है। अब सभी की नजरे सरकार की निर्णय पर टिकी हुई है। सरकार ट्रक ड्राइवर के लिए क्या सहूलियत प्रदान करती है।
यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। इस लेख में प्रस्तुत विचार व्यक्तिगत हैं। लेखक की लेख सामग्री और जानकारी के आधार पर किसी भी वित्तीय निर्णय लेने के लिए पाठक द्वारा किए गए किसी भी प्रत्यक्ष / अप्रत्यक्ष नुकसान या दायित्व के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें